न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Tue, 01 Feb 2022 12:49 AM IST
सार
जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दिव्येंदु दास का कहना है कि दिल्ली में अभी कोरोना की पांचवीं लहर चल रही है। इस लहर के आंकड़े देखें तो अब तक अस्पतालों में 800 से ज्यादा मौतें दर्ज हुई हैं। इसमें हर आयुवर्ग के लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि लहर शुरू होने से पहले ही दिल्ली सरकार ने एकल खुराक का टीकाकरण 100 फीसदी पूरा होने का दावा किया था।
ख़बर सुनें
विस्तार
जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दिव्येंदु दास का कहना है कि दिल्ली में अभी कोरोना की पांचवीं लहर चल रही है। इस लहर के आंकड़े देखें तो अब तक अस्पतालों में 800 से ज्यादा मौतें दर्ज हुई हैं। इसमें हर आयुवर्ग के लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि लहर शुरू होने से पहले ही दिल्ली सरकार ने एकल खुराक का टीकाकरण 100 फीसदी पूरा होने का दावा किया था। वहीं 85 फीसदी से भी अधिक आबादी को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है। फिर भी मौत कम नहीं हो रही हैं। कोविन वेबसाइट से मिले आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में अब तक 2.96 करोड़ से अधिक टीकाकरण हुआ है। अब तक 1.70 करोड़ कुल व्यस्क आबादी को वैक्सीन की एक खुराक दी जा चुकी है। वहीं इनमें से 1.23 करोड़ लोग दूसरी खुराक लेकर टीकाकरण भी पूरा कर चुके हैं।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि जब टीकाकरण शुरू हुआ तो उस दौरान एक अनुमानित संख्या लेकर लक्ष्य तय किया गया था। टीकाकरण से पहले अनुमान था कि राजधानी में 18 वर्ष या फिर उससे अधिक आयु की कुल आबादी 1.50 करोड़ होगी लेकिन वर्तमान में टीकाकरण 1.70 करोड़ से अधिक हो चुका है। इससे पता चलता है कि दिल्ली में अभी भी व्यस्क आबादी वैक्सीन से दूर है जिन्हें जल्द से जल्द खुराक लेनी चाहिए। हर घर दस्तक अभियान के जरिए विभागीय टीमें ऐसे लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं।
वहीं दिल्ली डेथ ऑडिट कमेटी के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों में टीकाकरण कराने वाले भी शामिल हैं। साथ ही वह लोग भी हैं जिन्होंने केवल एक ही खुराक हासिल की थी। ऐसे में टीकाकरण और मौत को लेकर आंकड़ों के आधार पर ठोस निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।
दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 30 जनवरी को राजधानी में 30 लोगों की संक्रमण से मौत हुई। इससे पहले 29 जनवरी को 28, 28 जनवरी को 25, 27 जनवरी को 34, 26 जनवरी को 29, 25 जनवरी को 31 और 24 जनवरी को 30 मरीजों की मौत हुई थी। 24 से 30 जनवरी के बीच रोजाना औसतन 30 लोगों की मौत हुई है।