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इंदौर के परदेसी पुरा थाना क्षेत्र के पास स्थित एक निजी कंपनी में काम करने वाले सात कर्मचारियों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह आत्महत्या करने की नियत से एक साथ जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया।

बताया जा रहा है कि कंपनी ने हाल ही में सातों कर्मचारियों को काम से निकाल दिया था, जिसके चलते उन्होंने ये कदम उठाया। फिलहाल सभी कर्मचारियों को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां इलाज जारी है। आत्महत्या करने वालों में जमनाधर विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया, शेखर वर्मा शामिल हैं। घटना के बाद से कंपनी मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा लापता हैं। फिलहाल परदेशी पुरा पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

पुलिस के अनुसार सभी की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, मरीजों के परिजनों का कहना है कि कंपनी मालिक ने नई कंपनी खोली है और निकाले गए कर्मचारियों को उस नई कंपनी में काम देने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। दबाव में इन्होंने यह कदम उठाया।

कंपनी के एक कर्मचारी ने कहा कि मालिक ने हमें बुधवार को पुरानी कंपनी से निकालकर बाणगंगा स्थित दूसरी कंपनी में काम करने जाने के लिए कहा और न जाने पर कहा कि चाहो तो छुट्टी बना लो। हमारी जगह काम करने के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता से नए लोगों को लाया गया और हमें नौकरी से निकाल दिया। हम सभी लोगों ने तय किया कि अब किसी के घर चल नहीं सकेंगे, इसलिए हमने ये कदम उठाया। 

उप निरीक्षक अजय सिंह कुशवाहा थाना परदेशी पुरा ने बताया कि अस्पताल से सात लोगों के जहर खाने की सूचना मिली थी, जानकारी के अनुसार मालिक द्वारा सभी सातों लोगों को कई महीने से सैलरी नहीं मिली थी और इन्हें दूसरी कंपनी में शिफ्ट किया जा रहा था। इन लोगों ने मालिक से सैलरी मांगी थी, लेकिन पैसा नहीं मिलने पर मजदूरों में ये कदम उठाया। फिलहाल बयान लिए जा रहे हैं आगे की कार्रवाई उसके आधार पर की जाएगी। डॉक्टर के अनुसार सभी मरीजों की स्थिति अभी स्थिर है और सभी बयान देने की स्थिति में हैं।
 

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इंदौर के परदेसी पुरा थाना क्षेत्र के पास स्थित एक निजी कंपनी में काम करने वाले सात कर्मचारियों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह आत्महत्या करने की नियत से एक साथ जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया।

बताया जा रहा है कि कंपनी ने हाल ही में सातों कर्मचारियों को काम से निकाल दिया था, जिसके चलते उन्होंने ये कदम उठाया। फिलहाल सभी कर्मचारियों को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां इलाज जारी है। आत्महत्या करने वालों में जमनाधर विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया, शेखर वर्मा शामिल हैं। घटना के बाद से कंपनी मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा लापता हैं। फिलहाल परदेशी पुरा पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

पुलिस के अनुसार सभी की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, मरीजों के परिजनों का कहना है कि कंपनी मालिक ने नई कंपनी खोली है और निकाले गए कर्मचारियों को उस नई कंपनी में काम देने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। दबाव में इन्होंने यह कदम उठाया।

कंपनी के एक कर्मचारी ने कहा कि मालिक ने हमें बुधवार को पुरानी कंपनी से निकालकर बाणगंगा स्थित दूसरी कंपनी में काम करने जाने के लिए कहा और न जाने पर कहा कि चाहो तो छुट्टी बना लो। हमारी जगह काम करने के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता से नए लोगों को लाया गया और हमें नौकरी से निकाल दिया। हम सभी लोगों ने तय किया कि अब किसी के घर चल नहीं सकेंगे, इसलिए हमने ये कदम उठाया। 

उप निरीक्षक अजय सिंह कुशवाहा थाना परदेशी पुरा ने बताया कि अस्पताल से सात लोगों के जहर खाने की सूचना मिली थी, जानकारी के अनुसार मालिक द्वारा सभी सातों लोगों को कई महीने से सैलरी नहीं मिली थी और इन्हें दूसरी कंपनी में शिफ्ट किया जा रहा था। इन लोगों ने मालिक से सैलरी मांगी थी, लेकिन पैसा नहीं मिलने पर मजदूरों में ये कदम उठाया। फिलहाल बयान लिए जा रहे हैं आगे की कार्रवाई उसके आधार पर की जाएगी। डॉक्टर के अनुसार सभी मरीजों की स्थिति अभी स्थिर है और सभी बयान देने की स्थिति में हैं।

 



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By attkley

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