स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, दुबई
Published by: शक्तिराज सिंह
Updated Mon, 01 Nov 2021 12:49 AM IST

सार

न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने खूब डॉट गेंद खेली और इसके बाद खराब शॉट खेलकर आउट हुए। वहीं गेंदबाजों ने भी निराश किया और भारत आठ विकेट से यह मैच हार गया।

भारत बनाम न्यूजीलैंड
– फोटो : अमर उजाला

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विस्तार

टी-20 वर्ल्डकप 2021 में भारतीय टीम अपना दूसरा मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ हार चुकी है। इस हार के साथ ही भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी लगभग खत्म हो चुकी हैं। इस मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 110 रन बनाए। भारत के लिए कोई भी बल्लेबाज अच्छी पारी नहीं खेल सका। वहीं छोटे लक्ष्य का बचाव करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने निराश किया और पावरप्ले में सिर्फ एक विकेट ले पाए। यहां हम बता रहे हैं कि किन वजहों से भारत को हार का सामना करना पड़ा है।  

बिना तैयारी के उतरी भारतीय टीम

इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों का खेल देखकर लगा कि उन्होंने पिछले मैच में हार के बाद कुछ भी नहीं सीखा और कोई तैयारी नहीं की। पहले बल्लेबाजी करते समय भारतीय बल्लेबाजों को बड़े शॉट लगाने की बजाय गैप में खेलने की जरूरत थी। इसके अलावा दुबई के बड़े मैदान में दो रन भागने की जरूरत भी बहुत ज्यादा थी। भारतीय बल्लेबाजों ने इसकी विपरीत खेल दिखाया। सभी बल्लेबाजों ने पहले डॉट गेंदें खेली और फिर बड़ा शॉट खेलकर आउट हो गए। वहीं गेंदबाजों को भी इस मैदान पर सही लेंथ नहीं पता थी और लगातार छोटी गेंदों की। इस वजह से न्यूजीलैंड ने आसानी से लक्ष्य का पीछा कर लिया। 

टॉस हारना पड़ा भारी

दुबई के मैदान पर टॉस की अहमियत बहुत ज्यादा रहती है और सुपर-12 के सभी मैच बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमें ही जीती हैं। इस मैच में एक बार फिर कप्तान कोहली टॉस हार गए और न्यूजीलैंड ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहली पारी में बल्लेबाजी के दौरान भारत को रन बनाने में मुश्किल हुई और बाद में ओस के कारण गेंदबाजों को भी परेशानी हुई। इसी वजह से इस मैच में सभी भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत ही साधारण नजर आया। 

54 डॉट गेंदों ने बढ़ाई परेशानी

इस टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज जैसी टीम पहले भी ज्यादा डॉट बॉल खेलकर परेशान हुई थी और इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों के लिए बड़े मैदान का फायदा उठाना जरूरी था। उम्मीद थी कि बीच के ओवरों में भारतीय बल्लेबाज कई गेंदों में दो रन भागकर अपनी टीम का स्कोर आगे ले जाएंगे। हालांकि मैच में ऐसा नहीं हुआ। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने 54 डॉट गेंदें खेली। इसका मतलब है कि भारत ने नौ ओवरों में कोई रन ही नहीं बनाया। इसी वजह से भारत का स्कोर 110 पर सिमट गया। रोहित और विराट जैसे बल्लेबाजों ने रन भागने की बजाय कई डॉट गेंद खेली और बाद में बड़े छक्के लगाने की कोशिश में आउट हो गए। भारत के खिलाफ सैंटनर ने चार ओवरों में सिर्फ 15 रन दिए। 

बाउंड्री पर आउट हुए छह भारतीय बल्लेबाज

न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भारतीय बल्लेबाज गलत शॉट खेलकर आउट हुए। इस मैदान पर गेंद अक्सर रुक कर आती है और बड़े छक्के लगाने की बजाय गैप में शॉट खेलना जरूरी होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाए। पावरप्ले में सिर्फ दो खिलाड़ी 30 गज के बाहर रहते हैं, लेकिन टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाजों ने गैप में शॉट लगाने की बजाय बाउंड्री पर खड़े खिलाड़ियों के हाथ में ही कैच दिया। वहीं रोहित शर्मा और विराट कोहली भी गैरजिम्मेदाराना शॉट लगाकर आउट हुए। इस मैच में कुल छह भारतीय बल्लेबाज बाउंड्री के पास खराब शॉट खेलकर आउट हुए। 

कोहली की कप्तानी भी दिखी साधारण

इस मैच में विराट ने रोहित की बजाय ईशान किशन से पारी की शुरुआत कराई, लेकिन उनका यह पैंतरा फ्लॉप रहा और ईशान सस्ते में आउट हो गए। इसके बाद गेंदबाजी करते समय भारत को 110 रनों का बचाव करना था। ऐसे में शुरुआती विकेट लेने जरूरी थे और विराट को अपने सबसे बेहतरीन गेंदबाजों से पावरप्ले में गेंदबाजी करानी थी, लेकिन उन्होंने जडेजा से गेंदबाजी कराई। कीवी बल्लेबाजों ने इसका खूब फायदा उठाया। इसी वजह से पावरप्ले में न्यूजीलैंड बड़ा स्कोर बना पाई। 

एक बार फिर साधारण रही गेंदबाजी

110 रनों के लक्ष्य का बचाव करते हुए भारतीय गेंदबाजों को पावरप्ले में रन रोकने के साथ विकेट चटकाने की जरूरत थी। हालांकि, मैच में ऐसा नहीं हुआ। टीम इंडिया पावरप्ले में सिर्फ एक विकेट ले पाई और 44 रन लुटा दिए। इस मैच में भारत के स्पिन गेंदबाजों ने एक बार फिर सटीक लेंथ पर गेंदबाजी नहीं की और कीवी बल्लेबाजों को बड़े शॉट लगाने के कई मौके दिए। पिछले मैच में भारतीय गेंदबाज कोई विकेट नहीं ले पाए थे और इस मैच में भी भारतीय गेंदबाज सिर्फ दो ही विकेट ले पाए। 

नहीं दिखी वरुण चक्रवर्ती की मिस्ट्री

इस वर्ल्डकप में वरुण चक्रवर्ती को मिस्ट्री स्पिनर के रूप में भारतीय टीम में शामिल किया गया था। सभी को उम्मीद थी कि वरुण की गेंदों पर विपक्षी बल्लेबाजों को परेशानी होगी और वो खूब विकेट चटकाएंगे, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। वरुण दो मैचों में कोई विकेट नहीं ले पाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कई गेंदे काफी छोटी फेंकी। इस वजह से भी कीवी बल्लेबाजों ने आसानी से उनके खिलाफ एक रन लिए।  

सस्ते में पवेलियन लौटे ओपनर

न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भारतीय ओपनिंग जोड़ी फ्लॉप रही। ईशान किशन आठ गेंदों में चार रन बनाकर आउट हुए, जबकि लोकेश राहुल 16 गेंद में 18 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस मैच में बड़ा स्कोर बनाने के लिए पावरप्ले का इस्तेमाल करना जरूरी था, लेकिन भारतीय टीम ने पावरप्ले में 35 रन ही बनाए। इसमें रोहित शर्मा ने भी 13 रनों का योगदान दिया। जब भारत का पहला विकेट गिरा था, टीम इंडिया ने 17 गेंदों में 11 रन बनाए थे।

भारतीय बल्लेबाजों ने नहीं की कोई तैयारी

मैच से पहले ही ईश सोढ़ी को भारतीय टीम के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था और हुआ भी वैसा ही। उन्होंने भारत के सबसे अनुवभी और अहम खिलाड़ियों के विकेट लिए। विराट कोहली और रोहित शर्मा उनकी गेंदों में खराब शॉट खेलकर आउट हुए। इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भी कुछ ऐसा ही हुआ था। इस मैच में पहले से ही शाहीन अफरीदी को भारतीय बल्लेबाजों के लिए खतरनाक माना जा रहा था और उन्होंने ही रोहित और राहुल के विकेट लिए थे। इससे साफ होता है कि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में विपक्षी गेंदबाजों के खिलाफ किसी प्लान के साथ नहीं उतर रही है। 



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By attkley

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