बुलंदशहर का इतिहास 1200 ईसा पूर्व से भी पहले का बताया जाता है। इतिहास पर नजर डालें तो बुलंदशहर पांडवों के लिए महत्वपूर्ण स्थान था। यहां राजा पर्मा ने एक किला और अहिबरन नाम के राजा ने बरन (बुलंदशहर) नाम के एक टावर की नींव रखी। 

ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से समृद्ध बुलंदशहर का राजनीति में भी काफी दखल है। यहां सात विधानसभा क्षेत्र हैं। मौजूदा समय सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। अब अगले साल फिर से विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इस बार इन विधानसभा क्षेत्रों में क्या होगा? योगी सरकार के इन साढ़े चार साल के कार्यकाल में यहां कितना विकास हुआ? क्या आम लोग सरकार के कामकाज से खुश हैं? युवा, महिलाएं और यहां की आम जनता मौजूदा सरकार के बारे में क्या सोचती है? राजनीतिक दलों के नेताओं का क्या मानना है? वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे? ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ बुधवार को बुलंदशहर में होगा। 

आप भी ‘अमर उजाला’ के इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

कब और कहां होंगे कार्यक्रम ?

1. सुबह 8 बजे
चाय पर चर्चा
स्थान: राजे बाबू रोड

2. दोपहर 12 बजे
आधी आबादी से चर्चा
स्थान: चांदपुर फाटक

3. शाम 4 बजे 
राजनीतिक दलों से चर्चा
स्थान : सेंट मोमिना स्कूल

अब तक इन जिलों में हुआ कार्यक्रम
अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश और ब्रज के कई जिलों में ‘अमर उजाला’ का यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद, आगरा, मथुरा, हाथरस होते हुए अलीगढ़ पहुंच चुका है। अब अगला पड़ाव बुलंदशहर होगा। 

‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?
चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत अमर उजाला हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। चाय पर चर्चा के साथ-साथ महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। अमर उजाला आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।

इस विशेष कवरेज को आप कहां देख सकेंगे?



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By attkley

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