दिल्ली पुलिस
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महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष को यौन उत्पीड़न के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। राज्यवर्धन सिंह परमार पर एक युवती ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। दो दिन पहले इस मामले में केस दर्ज किया गया था। आरोप के अनुसार उत्पीड़न दिल्ली स्थित यूपी भवन में किया गया।  

यूपी भवन का कमरा नंबर 122 सील

चाणक्यपुरी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यूपी भवन का कमरा नंबर 122 सील कर दिया गया है। पुलिस को अभी शुरुआती जांच में रिसेप्शन पर तैनात पारस नाथ और राकेश सिंह पर शक जा रहा है। परमार को कमरा देने पर दोनों को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा अधिकारी दिनेश कुमार को भी सस्पेंड कर दिया है। वहीं इस मामले में सीएम योगी ने एक्शन ले लिया है। सोमवार को घटना की जानकारी सीएम योगी को मिली थी जिसके बाद तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई।

सीएम योगी ने लिया एक्शन

जानकारी के लिए बता दें कि सीएम योगी ने जिन तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है उनमें व्यवस्था अधिकारी दिनेश कारूष, राकेश चौधरी और पारस को एक मामले में सस्पेंड किया है। वहीं दूसरी तरफ यूपी भवन के आरसी और एआरसी पर भी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में सीएम और राज्यपाल की ओर से कार्रवाई किए जाने के बाद राजीव तिवारी को यूपी भवन की जिम्मेदारी मिली है। 

दो नेताओं से मिलवाने के बहाने दुष्कर्म को दिया अंजाम

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली व मुंबई में रहने वाली अभिनेत्री ने चाणक्यपुरी थाना पुलिस को 27 मई को शिकायत दी थी। उसने शिकायत में कहा कि दो नेताओं से मिलाने की बात कहकर राज्यवर्धन सिंह उसे यूपी भवन ले गए। वहां स्वागत पटल पर राकेश चौधरी और पारस मौजूद थे। इन लोगों ने आरोपी को कमरा उपलब्ध कराया। बताया जा रहा है कि आरोपी राज्यवर्धन सिंह परमार उन लोगों की सूची शामिल नहीं है, जिन्हें यूपी भवन में कमरा आवंटित किया जाए। आरोपी व पीड़िता 26 मई को 1.05 बजे कमरे में गए। 27 मई की शाम को युवती ने परमार के खिलाफ थाने में शिकायत दी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाए गए। पुलिस सबूत जुटाने में लगी है।

अधिकारियों को किया गया निलंबित 

दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दुष्कर्म की इस घटना के बाद व्यवस्था अधिकारी और स्वागत पटल पर मौजूद राकेश चौधरी और पारस नाथ को निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं। यूपी के मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव एसपी गोयल की तरफ निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं। इन पर आरोप है कि 26 मई को राज्यवर्धन सिंह परमार को गलत तरीके से कमरा दिया गया।

जानें क्या है मामला

मिली जानकारी के मुताबिक, महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार को यूपी भवन में कमरा नंबर 122 दिखाया गया। जिसके बाद वह 26 मई को दोपहर के समय एक अज्ञात महिला को लेकर इस कमरे में आए और आधे घंटे ठहरने के बाद चले गए। इसके बाद इस महिला ने चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में यौन उत्पीड़न की शिकायत कर दी। 



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By attkley

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